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निर्वाचन आयोग का दावा 99 फीसदी वोटरों तक SIR फॉर्म पहुंचे, लोगों का कहना—हमें तो मिला ही नहीं

रायपुर | छत्तीसगढ़ में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया इन दिनों तेज़ी से चल रही है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का दावा है कि प्रदेशभर के लगभग 99 प्रतिशत पंजीकृत मतदाताओं को SIR के तहत गणना प्रपत्र बांटे जा चुके हैं, जबकि कई मतदाता यह कहते नजर आ रहे हैं कि उन्हें अब तक कोई फॉर्म नहीं मिला। दावे और जमीनी हकीकत के बीच यह अंतर लोगों में असमंजस पैदा कर रहा है।

कागज़ों में 99% वितरण पूरा, जमीन पर कई घरों तक पहुंच नहीं

निर्वाचन अधिकारियों का कहना है कि 4 नवंबर से शुरू हुए फॉर्म वितरण अभियान को लगभग पूर्ण कर लिया गया है। लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता सामने आ रहे हैं जिनके घर बीएलओ नहीं पहुंचे। स्थिति यह है कि कई स्थानों पर बीएलओ एक बार फॉर्म छोड़कर दोबारा संग्रहण के लिए नहीं लौटे, जबकि कुछ इलाकों में बीएलओ को मतदाताओं का वर्तमान पता ही नहीं मिल पा रहा है।

रायपुर सहित कई जिलों में शिकायतें बढ़ रही हैं कि वितरण प्रक्रिया का दावा तेज़ है, लेकिन फॉर्म अभी तक घरों तक नहीं पहुंचे। ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी इलाकों में यह स्थिति अधिक देखने को मिल रही है।

63,439 बीएलओ मैदान में, जिले में 85% फॉर्म बांटे जाने का दावा

छत्तीसगढ़ में कुल 63,439 बीएलओ SIR प्रक्रिया को पूरा करने में जुटे हुए हैं। रायपुर जिले में लगभग 18,92,523 पात्र मतदाता दर्ज हैं, जिनमें से प्रशासन का दावा है कि अब तक 16,08,644 मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित किए जा चुके हैं। अधिकारियों का मानना है कि कुछ ही दिनों में शहरी क्षेत्रों में भी वितरण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

31% फॉर्म का डिजिटलाइजेशन पूरा, 2003 की सूची के आधार पर वेरिफिकेशन

फॉर्म वितरण के बाद उनका संग्रहण और डिजिटलाइजेशन कार्य भी जारी है। अब तक करीब 65 लाख से अधिक प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन हो चुका है, जो कुल पंजीकृत मतदाताओं का लगभग 31 प्रतिशत है।

इस बार वेरिफिकेशन के लिए 2003 की मतदाता सूची को आधार बनाया गया है। मतदाताओं से उनके माता-पिता, रिश्तेदारों तथा 2003 की सूची में दर्ज जानकारी को मिलान करने के लिए कहा जा रहा है। कई मतदाता इसे कठिन प्रक्रिया बताते हुए कह रहे हैं कि इतनी पुरानी जानकारी उपलब्ध कराना संभव नहीं है।

फॉर्म न भरने पर नाम कटने की चेतावनी से बढ़ी चिंता

कई मतदाता आरोप लगा रहे हैं कि बीएलओ और कुछ चुनाव कार्यालयों द्वारा उन्हें यह कहा जा रहा है कि यदि फॉर्म नहीं भरा गया तो मतदाता सूची से नाम हट सकता है। 2003 में जन्मे वर्तमान युवा मतदाताओं को भी दिवंगत माता-पिता की विवरणी देने में परेशानी हो रही है।

धरसींवा और अभनपुर आगे, शहरों में धीमी रफ्तार

रायपुर जिले में धरसींवा और अभनपुर विधानसभा क्षेत्रों में बीएलओ ने तेजी से फॉर्म बांटे हैं। इसके विपरीत रायपुर उत्तर, दक्षिण, ग्रामीण और पश्चिम विधानसभा क्षेत्रों में प्रक्रिया अपेक्षाकृत धीमी है। अधिकारियों ने शहरी क्षेत्रों में तेजी लाने के निर्देश जारी किए हैं।

बीएलओ नहीं आए तो ऐसे करें संपर्क

यदि किसी मतदाता के घर अब तक बीएलओ नहीं पहुंचे हैं, तो सीईओ छत्तीसगढ़ की आधिकारिक वेबसाइट पर बीएलओ की सूची और मोबाइल नंबर उपलब्ध हैं। वहां से संपर्क कर मतदाता जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। शासन ने बीएलओ को घर–घर पहुंचकर एसआईआर पूरा करने का निर्देश दिया है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में लोगों का पता बदलने और अनुपलब्धता के कारण वितरण में बाधा आ रही है।

मतदाताओं में असमंजस, प्रशासन पर भरोसा डगमगाया

शहर के कई निवासियों का कहना है कि उन्हें अब तक कोई फॉर्म नहीं मिला, जबकि उनकी कालोनी में वितरण पूरा हो चुका बताया जा रहा है। बीएलओ का कहना है कि जिन पतों पर मतदाता नहीं मिल रहे, वहां संपर्क न होने से कमी दर्ज हो रही है। इस सबके बीच लोग चिंतित हैं कि कहीं उनकी मतदाता सूची से नाम न हट जाए।

Editorial Desk

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