मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मेडिकल कॉलेज निर्माण स्थल पर शिला स्थापना कर कवर्धा को दी सौगात, श्री पंचमुखी बूढ़ा महादेव रिवर फ्रंट निर्माण और रवेली में महाविद्यालय की घोषणा की
कबीरधाम जिला आज विकास के नए युग में कर रहा प्रवेश-मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

कवर्धा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज कबीरधाम जिले के नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय मेडिकल कॉलेज के निर्माण स्थल पर शिला स्थापना कर जिले को एक ऐतिहासिक सौगात दी। इसके साथ ही चिकित्सा सुविधाओं के एक नए युग का सूत्रपात हुआ। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह एवं उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। शिला स्थापना के साथ ही कबीरधाम जिले के स्वास्थ्य मानचित्र में विकास का नया अध्याय जुड़ गया है। मेडिकल कॉलेज की स्थापना से जिले का स्वास्थ्यगत ढांचा और अधिक मजबूत होगा। विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ेगी, आधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ सुदृढ़ होंगी और आम जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ अब स्थानीय स्तर पर ही सुलभ हो सकेंगी। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की मांग पर कवर्धा में श्री पंचमुखी बूढ़ा महादेव रिवर फ्रंट निर्माण और रवेली में महाविद्यालय की घोषणा की।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कबीरधाम जिले में नए शासकीय मेडिकल कॉलेज भवन के शिला-स्थापना कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताते हुए जिलेवासियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बीते 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। सरकार बनने के बाद सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा जैसी मूलभूत व्यवस्थाओं को मजबूत किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के नेतृत्व में 15 वर्षों में 10 मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए और वर्तमान सरकार ने केवल दो वर्षों में 5 नए मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने रायपुर प्रवास के दौरान मेडिकल कॉलेज भवन का भूमि-पूजन किया था और आज उसी की शिला-स्थापना संपन्न हुई है। लंबे समय से लंबित इस मांग के पूर्ण होने से लोगों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में कवर्धा के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती मिली है। सीटी स्कैन और क्रिटिकल केयर यूनिट जैसी सुविधाओं की स्थापना से इलाज और सुगम हुआ है। उन्होंने कहा कि हम जन-जन तक स्वास्थ्य सुविधाओं की सुलभ पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश सरकार के दो वर्ष पूर्ण हो रहे हैं, साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूरे होने पर राज्यभर में रजत जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 नवंबर को प्रदेश स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी रायपुर आए थे, जहां उन्होंने नए विधानसभा भवन एवं ट्राइबल म्यूजियम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय जनजातीय शौर्य और महापुरुषों के बलिदान की स्मृतियों से समृद्ध है, जिसे सभी को अवश्य देखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की मोदी की गारंटी के अनुसार सभी कार्य समय पर पूरे किए जा रहे हैं। किसानों की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि लगातार तीसरे वर्ष प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान की खरीदी 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल पर की जा रही है। राम लला दर्शन योजना तथा तेंदूपत्ता की दर 4 हजार से बढ़ाकर 5500 रुपए मानक बोरा करने जैसे निर्णय किसानों और वनांचल के हित में उठाए गए कदम हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कवर्धा क्षेत्र में बड़ी संख्या में बैगा एवं अन्य जनजातीय समाज निवास करते हैं, जिनके सर्वांगीण विकास के लिए केंद्र सरकार ने पीएम जनमन योजना प्रारंभ की है। यह योजना विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए समर्पित है। उन्होंने बताया कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत भोरमदेव विकास के लिए 146 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है, जो क्षेत्र को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान देगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने शिला-स्थापना समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन कवर्धा के इतिहास में अभूतपूर्व और गौरवपूर्ण है। यह वह क्षण है जो स्वर्णाक्षरों में सदैव दर्ज रहेगा। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद, कवर्धा जिले के गठन से लेकर अब तक अनेक महत्वपूर्ण कार्य हुए, परंतु मेडिकल कॉलेज की स्थापना जैसा ऐतिहासिक दिन जीवन में एक बार ही आता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में किसानों का सम्मान सर्वोपरि है। इसके साथ ही महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 1 हजार रूपए की राशि सीधे माताओं-बहनों के खातों में दी जा रही है, जिससे परिवारों को आर्थिक मजबूती मिली है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय ने दूरदर्शिता के साथ कवर्धा को अनेक विकास कार्यो की सौगात दी है। जिनसे जिले की दिशा और दशा तेजी से बदली है।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मेडिकल कॉलेज शिला-स्थापना समारोह में कहा कि कवर्धा जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हम सभी के लिए ऐतिहासिक सौगात है, जो जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के नए आयाम खोलेगी। उन्होंनें कहा कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को तेजी से बढ़ाने के लिए कार्य किया जा रहा है। जिले में 4.5 करोड़ की लागत से सीटी स्कैन सेवा शुरू की गई है और अब तक 814 सीटी स्कैन किए जा चुके हैं। कवर्धा के जिला अस्पताल की क्षमता 100 बिस्तरों से बढ़ाकर 220 बिस्तर कर दी गई है। 50 क्रिटिकल केयर बेड स्थापित किए गए हैं। पिपरिया और बोड़ला में सोनोग्राफी मशीनें लगाई गई हैं। नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण 40 एकड़ परिसर में किया जाएगा। 50 सीटर मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई प्रारंभ करने की तैयारी की जा चुकी है। मेडिकल कॉलेज तक सुगम पहुंच हेतु घोटिया मार्ग और गौरव पथ मार्ग का निर्माण किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने आगे कहा कि जिले में जगमड़वा जलाशय, बड़ौदा खुर्द, रामपुर बरेंडा जलाशय सहित कई महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजनाओं पर तेजी से कार्य हो रहा है। विद्युत विभाग की 3.30 करोड़ की परियोजना के तहत 2 हजार से अधिक ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं तथा 8 नए सब-स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की बिजली व्यवस्था और मजबूत होगी। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की 24 सड़कें, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 28 सड़कें, तथा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 76 सड़कों को मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि सड़क नेटवर्क का यह विस्तार जिले के हर इलाके में तेज विकास लाएगा। सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए। अकेले कवर्धा जिले में 50,000 से अधिक आवास स्वीकृत हुए, जिससे हजारों परिवारों को नया घर मिला। उन्होंने बताया कि जिले के सरकारी स्कूलों में 50 स्मार्ट क्लास स्थापित किए गए हैं। रेंगाखार और पिपरिया में एंबुलेंस की सुविधा दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि कवर्धा क्षेत्र के लिए आज का दिन विशेष है। आज इस क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के समय केवल एक मेडिकल कॉलेज था, जिसे बढ़ाकर 10 मेडिकल कॉलेज तक पहुँचाने का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को जाता है। उसी विकास यात्रा को आगे बढ़ाते हुए वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अतिरिक्त पाँच नए मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृति दी है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कवर्धा वनांचल और जनजातीय बहुल क्षेत्र है, और यहाँ मेडिकल कॉलेज का खुलना क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के पाँच जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृति तथा पिछले दो वर्षों में 12 नर्सिंग कॉलेजों की स्वीकृति देकर प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को नई मजबूती मिली है। इस अवसर पर सांसद संतोष पाण्डेय, पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने भी कबीरधाम मेडिकल कॉलेज करे जिले के लिए एक अभुतपूर्व सौगात बताया तथा क्षेत्रवासियों को इसके लिए बधाई दी।
कार्यक्रम में पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, पूर्व विधायक डॉ. सियाराम साहू, मोतीराम चंद्रवंशी, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू, राजेन्द्र चंद्रवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष चंद्र प्रकाश चंद्रवंशी, जनपद अध्यक्ष सुषमा गनपत बघेल, जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति स्वस्थ्य विभाग पूर्णिमा मनिराम साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुमार भट्ट, संतोष पटेल, रघुराज सिंह, विदेशी राम धुर्वे, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अनिल ठाकुर, देवकुमारी चंद्रवंशी, मनहरण कौशिक, सरपंच ग्राम पंचायत घोठिया नंदनी चंदन जांगडे़ पुलिस महानिरीक्षक अभिषेक शांडिल्य, कलेक्टर गोपाल वर्मा, पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
कॉलेज के लिए 40 एकड़ भूमि आबंटित, 306 करोड़ से अधिक की राशि को मिली स्वीकृति
शासन द्वारा मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए ग्राम घोठिया में 40 एकड़ भूमि का आबंटन किया है। परियोजना के लिए 306 करोड़ रूपए से अधिक की मंजूरी प्रदान की गई है। यह कॉलेज अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस होगा और राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया जाएगा।
जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का होगा विस्तार
मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद कबीरधाम जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा। लोगों को आधुनिक, उन्नत और आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएँ स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध होंगी। गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए अब दूरस्थ शहरों की ओर निर्भरता कम होगी। विशेषज्ञ डॉक्टरों और सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं तक आसानी से पहुंच सुनिश्चित होगी।
मुख्यमंत्री ने स्व सहायता समूह को 7 करोड़ 78 लाख रुपए की राशि का चेक वितरण किया
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्व सहायता समूह को 7 करोड़ 78 लाख रुपए की राशि का वितरण किया। इसमें लखपति दीदी योजना अंतर्गत 1454 स्व सहायता समूह को 7 करोड़ 63 लाख रुपए और 97 स्व सहायता समूह को 14 लाख 55 हजार रुपए की राशि का चेक वितरण किया।





