जन्मदिवस विशेष : जनसेवा की राह पर निस्वार्थ समर्पण और अथक संघर्ष से गढ़ी एक सशक्त पहचान – पंडरिया विधायक भावना बोहरा


छत्तीसगढ़ की राजनीति और समाजसेवा में जब भी समर्पण, संघर्ष और निःस्वार्थ सेवा की चर्चा होती है, तो पंडरिया की विधायक भावना बोहरा का नाम विशेष आदर के साथ लिया जाता है। 24 अगस्त 1982 को छत्तीसगढ़ की धरती पर जन्मी यह बेटी आज अपने कार्यों से न केवल अपने क्षेत्र बल्कि पूरे प्रदेश की राजनीति में एक अलग पहचान बना चुकी हैं। साधारण परिवार से निकलकर उन्होंने जिस ऊँचाई को छुआ है, वह इस बात का प्रमाण है कि दृढ़ संकल्प और ईमानदार प्रयासों से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
शिक्षा से संस्कार तक
भावना बोहरा जी का जीवन शिक्षा से ही संवरता और आगे बढ़ता गया। बी.एस.सी., एम.बी.ए. और एम.एस.डब्ल्यू. की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने यह तय किया कि उनका ज्ञान केवल व्यक्तिगत सफलता तक सीमित नहीं रहेगा। उनका मानना रहा कि शिक्षा तभी सार्थक है जब उससे समाज को बेहतर बनाने और लोगों को नई दिशा देने की प्रेरणा मिले।
राजनीति में सेवा का सफर
राजनीतिक जीवन की शुरुआत जिला पंचायत सदस्य कबीरधाम के रूप में हुई। 2020 से 2024 तक इस जिम्मेदारी को निभाते हुए उन्होंने जनता का विश्वास जीता और आगे चलकर पंडरिया विधानसभा (क्रमांक 71) से विधायक निर्वाचित हुईं। राजनीति में उनके बढ़ते कदम इस बात का प्रमाण हैं कि उनकी जनसेवा केवल भाषणों तक सीमित नहीं रही, बल्कि वास्तविक कार्यों से जनता के बीच पहुँची।
आज वे भाजपा महिला मोर्चा छत्तीसगढ़ की प्रदेश मंत्री की जिम्मेदारियां निभा रही हैं। गोड्डा (झारखंड) लोकसभा प्रभारी, महासमुंद लोकसभा सह प्रभारी और झारखंड विधानसभा चुनावों की क्लस्टर प्रभारी जैसी अहम जिम्मेदारियां निभा चुकी हैं। विधानसभा में उनकी सक्रियता और समर्पण को देखते हुए उन्हें सत्र 2024-25 में “उत्कृष्ट विधायक सम्मान” से सम्मानित किया गया।
समाजसेवा का दूसरा नाम – भावना समाज सेवी संस्थान
राजनीति के साथ-साथ समाजसेवा उनकी पहचान बन चुकी है। इसके लिए उन्होंने भावना समाज सेवी संस्थान की स्थापना की। छात्राओं के लिए निःशुल्क बस सेवा, जिले में 24 घंटे उपलब्ध आठ एम्बुलेंस और मोबाइल हेल्थ पैथ लैब जैसी पहल ने पंडरिया के आमजन का जीवन आसान किया।
मई 2024 के कुई-कुकदुर हादसे में 24 मासूम बच्चों ने अपने परिजनों को खो दिया था। भावना जी ने इन बच्चों को गोद लेकर उनकी शिक्षा, रोजगार और विवाह तक की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली। यह उनकी संवेदनशीलता और मातृत्व का अनुपम उदाहरण है। अब तक उनके प्रयासों से 50,000 से अधिक लोग लाभान्वित हो चुके हैं।
शिक्षा और स्वास्थ्य – विकास की नींव
उनका विश्वास है कि शिक्षा और स्वास्थ्य ही समाज की प्रगति की असली कुंजी हैं। इसी सोच से उन्होंने पंडरिया में नई दिशा देने वाली पहलें कीं।
तीन बसों से शुरू हुई छात्राओं की निःशुल्क परिवहन सेवा अब 8 बसों तक पहुँच चुकी है, जिससे एक हज़ार से अधिक बेटियाँ सुरक्षित शिक्षा पा रही हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए उन्होंने लक्ष्य निःशुल्क कोचिंग संस्थान की स्थापना की, जिसमें लगभग 250 छात्र-छात्राएं मार्गदर्शन पा रहे हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं में उन्होंने पूरे विधानसभा को आठ निःशुल्क एम्बुलेंस दीं, जिनसे 30,000 से अधिक लोगों को आपातकालीन मदद मिली। मोबाइल हेल्थ पैथ लैब के जरिए गांव-गांव में 20 से अधिक जांचें की जा रही हैं, जिससे ग्रामीणों का समय और पैसा दोनों बचा है।
आस्था और श्रद्धा का अद्भुत संगम
जुलाई 2025 में भावना बोहरा ने मां नर्मदा मंदिर अमरकंटक से भोरमदेव मंदिर तक 151 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा पूरी की। यह प्रदेश का पहला अवसर था जब किसी महिला जनप्रतिनिधि ने इतनी कठिन यात्रा की। घने जंगलों और कठिन रास्तों से गुजरते हुए वे 300 से अधिक शिवभक्तों के साथ शामिल रहीं और जहाँ-जहाँ यात्रा पहुँची, जनता ने उनका भव्य स्वागत किया। पिछले चार वर्षों से वे सावन माह में अमरकंटक पहुँचने वाले कबीरधाम जिले के कांवड़ यात्रियों के लिए निःशुल्क भोजन और ठहरने की व्यवस्था भी कराती आ रही हैं।
नारी सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वे सिलाई मशीन वितरण और नारी सम्मान अलंकरण जैसे कार्यक्रम आयोजित करती हैं। वहीं हमर गांव हरियर गांव अभियान के तहत अब तक लगभग 50,000 पौधे लगवाए जा चुके हैं, जो आने वाले समय में हरियाली और पर्यावरण संतुलन का आधार बनेंगे।
विकास की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धियां
विधायक बनने के बाद पंडरिया विधानसभा को अब तक 300 करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं की सौगात मिली है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बुनियादी ढांचे से जुड़े कई कार्य पूरे हो चुके हैं और बाकी प्रगति पर हैं। यह साबित करता है कि भावना बोहरा केवल वादे नहीं करतीं, बल्कि उन्हें जमीनी स्तर पर साकार करने में विश्वास रखती हैं।
एक संवेदनशील और प्रखर जनप्रतिनिधि
भावना बोहरा का व्यक्तित्व उनकी संवेदनशीलता, निःस्वार्थ सेवा और प्रखर नेतृत्व से परिभाषित होता है। विधानसभा में उनकी मुखरता और जनता के बीच उनकी सहजता उन्हें विशिष्ट बनाती है। वे केवल विधायक ही नहीं, बल्कि एक ऐसी प्रेरणा-स्रोत हैं, जो छात्रों, कार्यकर्ताओं और आम जनता को निरंतर मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देती रहती हैं।
जन्मदिवस की शुभकामनाएं
आज उनके जन्मदिवस पर न केवल पंडरिया बल्कि पूरा छत्तीसगढ़ गर्व से यह कह सकता है कि हमारी राजनीति में एक ऐसी बेटी, बहन और जनप्रतिनिधि हैं, जिन्होंने सेवा को अपना धर्म और जनता को अपना परिवार माना है। भावना बोहरा का जीवन संघर्ष, सेवा और संवेदनशीलता का संगम है, जो समाज को नई दिशा देने वाला है।
शताब्दी टाइम्स परिवार और समस्त क्षेत्रवासी उन्हें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं।