BJP ने बीजापुर नेता अजय सिंह को पार्टी को पार्टी से निलंबित कर दिया है. मामला आदिवासियों के साथ अभद्रता का है. आदिवासी युवक के साथ अभद्रता पर अजय सिंह के खिलाफ कानूनी करवाई हुई थी, जिसके बाद पार्टी ने निलंबित किया गया. बीजेपी का कहना है कि उनके कारण पार्टी की छवि धूमिल हुई है. इसे लेकर खुद बीजापुर जिला बीजेपी ने ही सिफारिश की थी.
आदिवासी समाज ने किया था प्रदर्शन
बीजेपी ने अजय सिंह को आदिवासी युवक से अभद्रता के आरोप में पार्टी से निष्काषित किया है. दरअसल, कुछ दिनों पहले अजय सिंह पर एक आदिवासी युवक से जातिगत गाली-गलौज करने का आरोप लगा था, जिसके बाद आदिवासी समाज ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था. दो दिन पहले आदिवासी समाज ने अजय सिंह के मामले को लेकर बीजापुर के कलेक्ट्रेट का भी घेराव किया था. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह मंडावी ने भी उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी. वहीं अब इन सब आरोपों के बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
आदिवासी समाज के प्रदर्शन के बाद उनके खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी, ऐसे में आदिवासी समाज के लोगों ने उनके खिलाफ लगातार मोर्चा खोल रखा था. पुलिस और प्रशासन के आश्वासन के बाद ही आदिवासी समाज ने अपना प्रदर्शन खत्म किया था.
कलेक्टर से भी हुई थी बहस
अजय सिंह की कुछ दिनों पहले बीजापुर के कलेक्टर अनुराग पांडेय से भी बहस हुई थी, जिसका एक ऑडियों भी वायरल हुआ था. जिसके कुछ दिनों बाद कलेक्टर का ट्रांसफर भी हो गया था. बता दें कि अजय सिंह पहले कांग्रेस में ही थे और उन्हें दिवंगत नेता महेंद्र सिंह कर्मा का करीबी माना जाता था. लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें कांग्रेस ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था. जिसके बाद वह बीजेपी में आ गए थे. लेकिन अब बीजेपी ने भी उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया है. अजय सिंह पहले भी कई मामलों में विवादित रह चुके हैं.