CGBSE ने बदला 10वीं-12वीं के बोर्ड परीक्षाओं का पैटर्न, MCQ बढ़े, शॉर्ट-लॉन्ग आंसर का ढांचा भी परिवर्तित— अभी जानें क्या है नए प्रश्न प्रारूप में खास

रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (CGBSE) ने वर्ष 2026 की हाई स्कूल (10वीं) और हायर सेकेंडरी (12वीं) बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र पैटर्न में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं। आगामी परीक्षा सत्र में प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए बहुविकल्पीय प्रश्नों की संख्या में वृद्धि की गई है। नई व्यवस्था के अनुसार छात्रों को कुल 15 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनमें प्रत्येक का मान एक अंक होगा।
मानसिक क्षमताओं के आधार पर प्रश्नों का नया ढांचा
परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न अब विभिन्न मानसिक कौशलों के आधार पर विभाजित किए गए हैं। निर्धारित संरचना में ज्ञानात्मक 20 प्रतिशत, अवबोधात्मक 25 प्रतिशत, अनुप्रयोगात्मक 25 प्रतिशत, विश्लेषणात्मक 10 प्रतिशत, मूल्यांकन 10 प्रतिशत और रचनात्मक 10 प्रतिशत प्रश्न शामिल होंगे। इस नए प्रारूप का उद्देश्य छात्रों की समझ, विश्लेषण और व्यावहारिक ज्ञान को प्रोत्साहित करना है।
लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों में भी बदलाव
नए पैटर्न के अनुसार लघु उत्तरीय प्रश्नों में तीन प्रश्न शामिल होंगे, जिनके प्रति प्रश्न 2 अंक निर्धारित किए गए हैं। वहीं लघु उत्तरीय–2 सेक्शन में तीन प्रश्न कुल 18 अंकों के होंगे। दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों में चार प्रश्न शामिल किए गए हैं, जिनमें प्रत्येक 5 अंक का होगा और कुल 20 अंक निर्धारित रहेंगे। इसके अलावा दीर्घ उत्तरीय–2 में दो प्रश्न रखे गए हैं, जिनके 5–5 अंक मिलाकर कुल 10 अंक निर्धारित हैं। प्रश्नपत्र के अंत में एक अति-दीर्घ उत्तरीय प्रश्न भी शामिल होगा, जो 6 अंक का होगा।
2026 बोर्ड परीक्षा 21 फरवरी से
CGBSE द्वारा जारी टाइम टेबल के अनुसार हाई स्कूल (10वीं) मुख्य परीक्षा का आयोजन 21 फरवरी 2026 से 13 मार्च 2026 तक किया जाएगा। इसी तरह हायर सेकेंडरी (12वीं) परीक्षाएं 20 फरवरी 2026 से 18 मार्च 2026 तक संपन्न होंगी। दोनों परीक्षाएं एक ही पाली में आयोजित की जाएंगी, जिसकी समयावधि सुबह 9 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक रहेगी।
परीक्षा पैटर्न में किए गए इन बदलावों को शिक्षा विशेषज्ञ छात्रों के ज्ञान को अधिक व्यापक रूप से आंकने की दिशा में एक मजबूत कदम के रूप में देख रहे हैं। CGBSE का मानना है कि इस बदलाव से छात्र भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकेंगे।





