कलेक्टर ने ली बैकर्स की बैठक : कैश परिवहन के लिए वाहन में बैकर्स को क्यूआर कोर्ड चस्पा करना होगा अनिवार्य ईएसएसएस से स्कैन करते ही क्यूआर कोर्ड से निकल जाएगी पूरी जानकारी
कवर्धा । स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांति पूर्ण निर्वाचन कार्य संपादित कराने के साथ-साथ अन्य गतिविधियों को नियंत्रण करने में बैकर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। बैकर्स को अब कैश परिवहन के लिए अपने बैक से बैकिंग कार्य के लिए एक स्थान से दूसरे गंतव्य स्थान तक ले जाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी वेबसाईड से क्यूऑर कोर्ट जनरेट करना होगा और उस कोर्ड को संबंधित वाहन के सामने चस्पा करना अनिर्वाय होगा।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी जनमेजय महोबे ने आज यहां जिले के सभी बैकर्स की बैठक ली। उन्हांने भारत निर्वाचन आयोग से जारी दिश-निर्देशों की बैकर्स को विस्तृत जानकारी दी। कलेक्टर श्री महोबे ने सभी बैकर्स को निर्देशित करते हुए कहा कि भारत निर्वाचन अयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार बैकर्स काम करना होगा। कोई भी बैकर्स अपने बैंक से कैस संबंधित वाहनों का परिचालन बिना क्यूऑर कोर्ड के नहीं कर सकेगा। सभी बैकर्स को आयोग द्वारा जारी वेबसाईड से क्यूआर कोर्ड जनरेट करना होगा। बैठक में बताया गया कि क्यूऑर कोर्ड बनाने समय बैकर्स को वाहन नम्बर, कब से कब तक परिवहन, वाहन चालक का नाम, वाहन चालक की परिचय पत्र, वाहन चालन का मोबाईल नम्बर, कैस की विस्तृत जानकारी, बैंक निकासी की जानकारी, गंतव्य लोकेशन की जानकारी और संबंधित बैक का नाम का पूरी जानकारी देनी होगी। इसके बाद ही क्यूऑर कोर्ड तैयार होगी। तैयार क्यूआर कोड को वाहन के सामने चस्पा करना होगा। केस से भरे परिवहनों को नाके के जांच के दौरान मॉजूद एफएसटी और एसएसटी की टीम ईएसएमएस से क्यूऑर कोड का स्कैन करेगी। स्कैन करते ही कैस से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रर्दशित होगी। कलेक्टर श्री महोबे ने सभी बैकर्स को आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को अक्षरः पालन करने के सख्त निर्देश दिए है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी जनमेजय महोबे ने बैंकर्स को जानकारी देते हुए बताया कि लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों का खाता अपनी शाखाओं में प्राथमिकता के साथ खुलवाएं। उन्होंने बैंकर्स को लोकसभा आम निर्वाचन के दौरान खाताधारकों के खाते में सामान्य लेन-देन में अचानक वृद्धि होने पर उसका पूरी गंभीरता से निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होने बैंकर्स को आवश्यकतानुसार अपने शाखा में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के खाते जीरो बैलेंस में खोलने एवं प्रत्याशियों के बैंकिंग कार्य को प्राथमिकता के साथ करने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने जरूरत पड़ने पर पृथक से काउंटर बनाने के निर्देश भी दिए। बैकर्स को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बैंकिग गतिविधियों से संबंधित चाही गई जानकारी समय-समय पर स्थानीय निर्वाचन कार्यालय को भी देना होगा। बैठक में बताया गया कि निर्वाचन कार्य के अंतर्गत बैंकर्स की ड्यूटी माइक्रोआब्जर्वर के रूप में लगाई जाएगी। इसके लिए उन्होंने बैंक अधिकारियों को जानकारी भी देने को कहा।