कबीर प्राकट्य दिवस में शामिल हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, घोघरा मेला विकास हेतु 20 लाख की घोषणा; स्वच्छ सुंदर व विकसित कवर्धा हेतु पुजारियों, ब्राह्मण समाज व कथावाचकों के संग की बैठक

कवर्धा। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का शुक्रवार को कवर्धा जिले का दौरा सामाजिक, धार्मिक और प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा। जहां एक ओर उन्होंने स्वच्छ, सुंदर और विकसित कवर्धा के निर्माण हेतु नगर के धर्मगुरुओं और सामाजिक नेतृत्व के साथ नगर पालिका कवर्धा में बैठक की, वहीं दूसरी ओर, ग्राम घोघरा में आयोजित श्री सद्गुरु कबीर प्राकट्य दिवस कार्यक्रम में भाग लेकर सद्गुरु की शिक्षाओं को स्मरण किया । इस दौरान उन्होंने घोघरा मेला प्रांगण के समुचित विकास के लिए 20 लाख रुपये की स्वीकृति की घोषणा की, और स्वच्छता को जन आंदोलन बनाने की दिशा में सभी से सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
कबीर प्राकट्य दिवस में आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण हुआ वातावरण
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ग्राम घोघरा में आयोजित श्री सद्गुरु कबीर प्राकट्य दिवस कार्यक्रम में विशेष रूप से शामिल हुए। उन्होंने सद्गुरु कबीर साहेब के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर प्रदेश की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि घोघरा मेला प्रांगण के विकास के लिए 20 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सद्गुरु कबीर साहेब का जीवन हमें सत्य, अहिंसा, समरसता और सामाजिक एकता का मार्ग दिखाता है। उनकी वाणी आज भी हर युग और समाज के लिए प्रासंगिक है। कार्यक्रम के दौरान संत-महात्माओं ने कबीर वाणी और भजनों की भावपूर्ण प्रस्तुति दी, जिससे समूचा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हो गया।
धार्मिक-सामाजिक नेतृत्व के साथ कवर्धा नगर विकास पर हुई विशेष बैठक
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की अध्यक्षता में कवर्धा नगर पालिका सभाकक्ष में एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, शहर के प्रमुख कथावाचक, पुजारीगण, ब्राह्मण समाज के विद्वान तथा अन्य धार्मिक-सामाजिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस बैठक का उद्देश्य था कवर्धा को स्वच्छ, सुंदर और विकसित शहर के रूप में आगे बढ़ाना। बैठक में नगर की सफाई, धार्मिक स्थलों की सुंदरता, जल संरक्षण और जनजागरूकता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
उपमुख्यमंत्री ने दिए सहयोग और संस्कारों पर बल
विजय शर्मा ने कहा कि शहर की स्वच्छता केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। जब धार्मिक और सामाजिक नेतृत्व आगे आता है, तो जनसहभागिता स्वाभाविक रूप से बढ़ती है। उन्होंने कहा कि संस्कारों के माध्यम से हम उचित-अनुचित का ज्ञान प्राप्त करते हैं, जो सामाजिक विकास के लिए अनिवार्य है।
नगर पालिका अध्यक्ष ने जताया आभार, किया जनसहयोग का आग्रह
नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी ने सभी धर्मगुरुओं का स्वागत करते हुए कहा कि कवर्धा केवल एक नगर नहीं, यह हमारी संस्कृति, पहचान और भविष्य की नींव है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे स्वच्छता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाएं और इस अभियान को सफल बनाएं।
धार्मिक प्रतिनिधियों ने दिए बहुमूल्य सुझाव
बैठक में उपस्थित ब्राह्मण और धार्मिक समुदाय के प्रतिनिधियों ने कचरा निष्पादन, गोबर एकत्रीकरण के लिए वाहन, वृहद वृक्षारोपण, संस्कृत विद्यालय की स्थापना, युवाओं को नशा मुक्त बनाने, चरित्र निर्माण, मानस भवन के लिए भूमि एवं प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण संबंधी सुझाव दिए। उपमुख्यमंत्री व नगर पालिका अध्यक्ष ने इन सुझावों पर अमल का आश्वासन दिया।
‘स्वच्छ, सुंदर और विकसित कवर्धा’ का लिया सामूहिक संकल्प
बैठक के अंत में सभी उपस्थितजनों ने मिलकर ‘स्वच्छ, सुंदर और विकसित कवर्धा’ के लिए सामूहिक संकल्प लिया और इस अभियान में पूर्ण सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई। उपमुख्यमंत्री ने नगर पालिका द्वारा शुरू किए गए प्रत्येक रविवार को स्वच्छता अभियान की सराहना करते हुए इस जनसंपर्क को आंदोलन में बदलने का आह्वान किया।