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सुशासन तिहार 2025 : खैरबनाकला पहुंचे कलेक्टर व जिला पंचायत अध्यक्ष, जमीन पर बैठकर ग्रामीणों से लिए आवेदन

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कवर्धा। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आमजन की समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से आयोजित सुशासन तिहार 2025 के पहले चरण का आज समापन हो गया। समापन दिवस पर कवर्धा जिले के बोड़ला विकासखंड अंतर्गत ग्राम खैरबनाकला में कलेक्टर गोपाल वर्मा और जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू ने पहुंचकर खुद ग्रामीणों से आवेदन लिए और उनकी समस्याएं सुनीं। खास बात यह रही कि दोनों ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठकर सीधे संवाद करते नजर आए।

ग्रामवासियों ने इस दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना, जॉब कार्ड, पेयजल संकट, सड़क निर्माण, राजस्व संबंधी दिक्कतें और अन्य जनहित के मुद्दों पर आवेदन दिए। कलेक्टर श्री वर्मा ने प्रत्येक आवेदन को गंभीरता से लेते हुए मौके पर उपस्थित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि “सुशासन तिहार प्रशासन और नागरिकों के बीच एक मजबूत सेतु है, जिससे शासन की योजनाओं का लाभ सीधे जरूरतमंदों तक पहुंच सके।”

इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजय कुमार त्रिपाठी, अपर कलेक्टर मुकेश रावटे, एसडीएम रूचि शार्दुल, तहसीलदार, जनपद सीईओ सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने लोगों की समस्याएं सुनीं और आवश्यक जानकारी भी साझा की।

जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू ने कहा कि “यह आयोजन शासन की मंशा के अनुरूप है, ताकि आम नागरिकों को उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सीधे मंच उपलब्ध हो। समाधान पेटियों से लेकर समाधान शिविरों तक पूरे जिले में एकीकृत प्रणाली से शिकायतों का निराकरण किया जाएगा।”

सुशासन तिहार का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण में जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों से आवेदन लिए गए, जो 6 अप्रैल से शुरू होकर 11 अप्रैल तक चला। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों और शहरी नागरिकों ने समाधान पेटियों के माध्यम से अपनी मांगें, शिकायतें और समस्याएं दर्ज कराईं।

अब दूसरे चरण में 12 अप्रैल से 4 मई 2025 के बीच प्राप्त आवेदनों का विभागीय स्तर पर परीक्षण कर संबंधित मामलों का निराकरण किया जाएगा। इसके बाद तीसरे चरण में 5 मई से 31 मई के बीच जिले की प्रत्येक 8 से 15 पंचायतों के मध्य समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इन शिविरों में आवेदकों को उनके प्रकरणों की स्थिति की जानकारी दी जाएगी तथा जिन समस्याओं का निराकरण तत्काल संभव होगा, उन्हें शिविर स्थल पर ही हल किया जाएगा। अन्य प्रकरणों को एक माह के भीतर निराकृत कर उनकी सूचना संबंधित आवेदकों को SMS और पावती रसीद के माध्यम से दी जाएगी।

News Desk

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