अमरकंटक के मृत्युंजय आश्रम में सावन के अंतिम सोमवार को 50 हजार से अधिक कांवड़ियों और श्रद्धालुओं ने भंडारा प्रसाद ग्रहण किया। पवित्र सावन माह के इस विशेष दिन पर शिवालयों में जलाभिषेक के लिए भारी भीड़ उमड़ी, और हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोष से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया।

विशेष सुविधाओं का आयोजन: उपमुख्यमंत्री के निर्देशन में समिति की व्यवस्था
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की पहल और निर्देशन में ज़िला बोल बम समन्वय समिति और कबीरधाम जिला प्रशासन ने कांवड़ियों और श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाओं का आयोजन किया। इसमें निःशुल्क ठहरने, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं और भोजन की व्यवस्था शामिल थी। समिति ने इस बार विशेष रूप से अमरकंटक से आने वाले कांवड़ियों की संख्या में भारी वृद्धि को ध्यान में रखते हुए ये व्यवस्थाएं कीं।

दाल-भात से लेकर मिठाई तक: भंडारे में विशेष भोजन
भंडारे में कांवड़ियों के लिए दाल-भात, सब्जी के साथ खीर, पुड़ी और हलवा जैसी मिठाइयां भी परोसी गईं। मृत्युंजय आश्रम में ठहरने और भोजन की ये व्यवस्थाएं पूरी तरह निःशुल्क थीं, जिनका हजारों कांवड़ियों और श्रद्धालुओं ने लाभ उठाया।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़: भक्ति में डूबा रहा पूरा क्षेत्र
पूरे सावन माह के दौरान और विशेषकर अंतिम सोमवार को, भोरमदेव, डोंगरिया और पंचमुखी बूढ़ा महादेव में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। गांव से लेकर शहर तक शिवालयों में जलाभिषेक करने वालों का सैलाब उमड़ता रहा, और पूरे क्षेत्र में भक्ति और आस्था का वातावरण बना रहा।

समिति का सहयोग: 20 वर्षों से कांवड़ियों की सेवा में सक्रिय
ज़िला बोल बम समन्वय समिति पिछले 20 वर्षों से कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की सेवा में सक्रिय है। इस बार भी समिति के सदस्यों ने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की निगरानी में अमरकंटक जाने वाले कांवड़ियों के लिए ठहरने और भोजन की विशेष व्यवस्था की। इस सेवा के लिए कबीरधाम जिले से अमरकंटक पहुंचे हजारों कांवड़ियों और श्रद्धालुओं ने समिति का आभार प्रकट किया।