छत्तीसगढ़

लापरवाही पड़ी भारी:खुदाई के बाद पंचायत ने गड्ढा खुला छोड़ा, नहा रहे दो बच्चों की डूबने से मौत

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ग्राम पंचायत दशरंगपुर में पानी से भरे गड्ढे में नहाते समय डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। गुरुवार रात करीब साढ़े 11 बजे पुलिस ने गोताखोरों की मदद से दलदल फंसे शवों को निकाला। शुक्रवार को शवों का पोस्टमार्टम हुआ। घटना को लेकर परिजनों में का रो- रोकर बुरा हाल है। वहीं ग्रामीणों में नाराजगी भी देखी जा रही है।

मृतक दुर्गेश पिता संतराम चंद्राकर (12) और रितेश पिता राधेश्याम साहू (12) दोनों बजरंग चौक दशरंगपुर के रहने वाले थे। गुरुवार शाम दोनों नहाने के लिए बस्ती से करीब 1 किलोमीटर दूर डबरी के पास गए थे। लेकिन वापस घर नहीं जा पाए।

परेशान परिजनाें ने बस्ती में आसपास बहुत ढूंढा, लेकिन दोनों नहीं मिले। तभी रात में ही ढूंढते हुए डबरी के पास पहुंचे, तो वहां किनारे पर कपड़े रखे थे। कपड़े देखकर परिजन बिलखने लगे। सूचना पर दशरंगपुर चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों को बुलाया गया।

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इस गड्ढे को देखकर ही बताया जा सकता है कि मौत की तैयारी थी
ग्राम दशरंगपुर में मुरूम के लिए बेतरतीब तरीके से गड्ढे खोदे गए हैं। इस गड्ढे की गहराई करीब 8 फीट है। मुरूम की अवैध खोदाई से हुए इस गड्ढे को देखकर बताया जा सकता है कि मौत की तैयारी थी। घटना को लेकर जवाबदेही तय होना चाहिए।

शहर समेत जिले में कई ऐसे जगह हैं, जहां निजी व सरकारी जमीनों से मुरूम की अवैध खोदाई हो रही है। ग्राम तारो, खैरबना कला में ही प्राइवेट स्कूल के पीछे निजी जमीनों से मुरूम उत्खनन कर अवैध तरीके से बेची जा रही है। रात के वक्त मुरूम से भरे हाइवा इस रोड पर दौड़ते आसानी से देखे जा सकते हैं। लेकिन खनिज विभाग को यह दिखाई नहीं देता।

News Desk

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