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‘राम बनाम रावण’ का सियासी संग्राम: भूपेश पर पंकज झा का तीखा हमला, वायरल वीडियो से सियासी बवाल

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छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक विवादित वायरल वीडियो को लेकर घमासान मच गया है। इस वीडियो में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को भगवान राम और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रावण के रूप में दिखाया गया है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं।

भूपेश बघेल ने इस वीडियो को भाजपा की साजिश बताते हुए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा और कहा कि “छत्तीसगढ़ की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।” वहीं, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने इसे कांग्रेस का दुष्प्रचार बताते हुए पलटवार किया और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।

पंकज झा का पलटवार
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने भूपेश बघेल के आरोपों पर जोरदार पलटवार किया। उन्होंने सोशल मीडिया (X) पर लिखा, “जैसा आपका और आपकी पार्टी का रिकॉर्ड रहा है श्रीमान, वैसे में कोई बड़ी बात नहीं कि सुर्खियां बटोरने के लिए खुद ही बनवाया हो और उसका विरोध कर नॉन इशू को इशू बनाने में लगे हों।”

पंकज झा ने कहा, “यदि यह वीडियो आपकी टीम का काम नहीं है, तो इसे जनता की ऑर्गेनिक अभिव्यक्ति मानते हुए स्वीकार कीजिए। जहां तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का प्रश्न है, हम सभी राम हैं, यदि वचन निभाने की मर्यादा रखते हों। इसके विपरीत वचन भंग करने वाले को समाज रावण समझता है।”

उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए लिखा, “आपकी पार्टी ने अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति को बदनाम किया था। राज्य निर्माता भारत रत्न का अपमान कर आपने सत्ता के अहंकार में गावों से एकत्र मिट्टी को अटलजी की अस्थि के रूप में दुष्प्रचारित किया था। इसके आगे ऐसे लाखों वीडियो कम हैं।”

श्रीराम और रावण का संदर्भ
पंकज झा ने अपने ट्वीट में श्रीराम और रावण के प्रतीकों का जिक्र करते हुए लिखा, “हम सभी राम हो सकते हैं, यदि हमारे कर्म राममय हों। लेकिन वचन भंग और अनुचित कर्मों से व्यक्ति रावण बन जाता है। भारतीय परंपरा हमें भगवान राम से प्रेरणा लेने की सीख देती है, रावण से नहीं।”

उन्होंने कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर भी निशाना साधते हुए कहा, “जिस पार्टी के नेता भगवान श्रीराम को अपमानित करते हों, उनके अस्तित्व पर सवाल उठाते हों, और सनातन धर्म की तुलना घृणित बीमारियों से करते हों, उनके द्वारा श्रीराम का नाम लेना केवल राजनीतिक मजबूरी लगता है।”

न्यायिक कार्रवाई की सलाह पंकज झा ने यह भी कहा कि यदि इस वीडियो से किसी की भावना आहत हुई है, तो वे न्यायिक उपचार का सहारा ले सकते हैं। उन्होंने यह दावा किया कि इस वीडियो से भाजपा या किसी पीआर टीम का कोई संबंध नहीं है।

सियासी घमासान तेज इस विवादित वीडियो ने छत्तीसगढ़ की सियासत में हलचल मचा दी है। भूपेश बघेल ने इसे भाजपा का षड्यंत्र करार दिया है, जबकि भाजपा इसे जनता की क्रिएटिविटी बता रही है। यह विवाद चुनावी माहौल को और गरमा सकता है।

News Desk

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