
रायपुर। प्रदेश में मौसम का मिज़ाज बदलने लगा है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव तंत्र और ऊपरी हवा के चक्रीय परिसंचरण के कमजोर होने से नमी में कमी दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में सर्दी तेज़ी से बढ़ेगी और रात के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट देखने को मिलेगी।
अगले 24 घंटे में तापमान तीन डिग्री तक नीचे आएगा
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले 24 घंटे में प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में रात के तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट संभव है। वहीं, 48 घंटे बाद मध्य और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में मौसम और अधिक शुष्क होने से तापमान चार डिग्री तक नीचे जा सकता है।
बस्तर में हल्की बारिश के आसार
गुरुवार को बस्तर संभाग के कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना जताई गई है। इसके विपरीत, प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में 6 नवंबर से और मध्य व दक्षिणी जिलों में 7 नवंबर से रात की ठंड में स्पष्ट बढ़ोतरी शुरू हो जाएगी।
अंबिकापुर में दर्ज हुई सबसे ठंडी रात
पिछले 24 घंटों में सबसे कम तापमान अंबिकापुर में 12.2°C दर्ज किया गया, जबकि मनेंद्रगढ़ में अधिकतम तापमान 33.2°C रहा। तापमान के ये आंकड़े प्रदेश में शीत ऋतु के आगमन का संकेत दे रहे हैं।
कमजोर पड़ रहा बंगाल की खाड़ी का सिस्टम
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और म्यांमार क्षेत्र में बना निम्न दबाव का क्षेत्र तथा 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक सक्रिय चक्रीय परिसंचरण अब धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। इसकी वजह से बंगाल की खाड़ी से नमी की आपूर्ति घट रही है और प्रदेश का मौसम शुष्क होने लगा है।
रात में बढ़ेगी सिहरन, दिन में हल्की धूप
विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में सुबह-शाम की ठंड और भी बढ़ेगी। दिन के समय हल्की धूप रहेगी, लेकिन रात का मौसम अधिक ठंडा महसूस होगा। मौसम में इस बदलाव के साथ ही प्रदेश में सर्दी की प्रभावी दस्तक मानी जा रही है, जिससे लोगों ने गरम कपड़ों और रज़ाई-कंबलों का उपयोग शुरू कर दिया है।





