दिव्यांग प्रमाण पत्र विवाद में गरमाया माहौल, संघ ने की कार्रवाई की मांग

कवर्धा। छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से स्वास्थ्य लिपिक अजय कुमार देवांगन के दिव्यांग प्रमाण पत्र की जांच और सत्यापन की मांग की है। इस संबंध में संघ ने कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) को ज्ञापन सौंपा है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का पुतला दहन कर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
प्रमाण पत्र की वैधता पर सवाल
संघ का आरोप है कि अजय कुमार देवांगन की नियुक्ति श्रवण बाधित दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर की गई, जो कि 13 अगस्त 2018 को समाप्त हो चुका है। नियमानुसार, सरकारी नियुक्ति के लिए स्थाई दिव्यांग प्रमाण पत्र अनिवार्य है, लेकिन संबंधित दस्तावेज अब तक सत्यापित नहीं किए गए हैं और स्थाई प्रमाण पत्र की प्रति प्रस्तुत नहीं की गई है।
संदिग्ध प्रमाण पत्र जारी करने का आरोप
संघ ने बताया कि अजय कुमार देवांगन, जो जांजगीर-चांपा जिले के मूल निवासी हैं, ने बिलासपुर से यह प्रमाण पत्र बनवाया था। यह प्रमाण पत्र कान-नाक-गला विशेषज्ञ डॉ. प्रमोद महाजन द्वारा जारी किया गया है, जिनके खिलाफ पूर्व में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी करने की जांच चल रही है।
पदस्थापना और वेतन भुगतान पर भी उठे सवाल
विभागीय सूत्रों के अनुसार, अजय कुमार देवांगन की पदस्थापना सीएचसी झलमला में की गई थी, लेकिन वे आज तक वहां उपस्थित नहीं हुए हैं। इसके बावजूद उन्हें नियमित वेतन भुगतान किया जा रहा है और वर्तमान में उन्हें CMHO कार्यालय में कार्य कराया जा रहा है। संघ का कहना है कि अब तक न तो जांच समिति गठित की गई है, न ही उनकी दिव्यांगता की रायपुर स्थित संभागीय मेडिकल बोर्ड से पुनः जांच कराई गई है।