कबीरधाम में सूदखोरी का पर्दाफाश – महिला सूदखोर अमीना ताज और सहयोगी गिरफ्तार


कवर्धा। लंबे समय से सूदखोरी और धमकी की घटनाओं में संलिप्त महिला सूदखोर अमीना ताज निवासी कवर्धा और उसके सहयोगी राकेश साहू को कबीरधाम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 410/2025 दर्ज किया गया है। पुलिस ने इनके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308(2), 351(3), 3(5) एवं धारा 4 ऋणियों का संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।
50 हजार का कर्ज बना 6 लाख का बोझ
पीड़ितों के अनुसार, अमीना ताज जरूरतमंद लोगों को रकम देकर अत्यधिक ब्याज वसूलती थी। एक प्रार्थी ने बताया कि उसने मात्र 50 हजार रुपये उधार लिए थे, जिस पर करीब 6 लाख रुपये वसूल कर लिए गए। इसके बावजूद ब्लैंक चेक के सहारे लगातार ब्लैकमेल और धमकी दी जाती रही। रकम न देने पर गाली-गलौज, मारपीट, सामाजिक अपमान और झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी जाती थी।
पुलिस की पहुंच होने का झूठा भय
अमीना ताज का सहयोगी राकेश साहू घर-घर जाकर जबरन वसूली करता और धमकी देकर आतंक फैलाता था। हाल ही में वायरल एक ऑडियो में अमीना ताज एक पीड़ित को यह कहते हुए सुनी गई कि यदि कोई उसके खिलाफ थाना में आवेदन देगा तो उसका आवेदन स्वीकार भी नहीं होगा। पुलिस जांच में यह दावा पूरी तरह झूठा साबित हुआ।
पुलिस की दबिश में ब्लैंक चेक और दस्तावेज बरामद
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के घर और कार्यालय में दबिश दी, जहां से उधारी लेन-देन संबंधी दस्तावेज, पीड़ितों द्वारा हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक और अन्य सामग्री जब्त की गई। पुलिस का मानना है कि जांच आगे बढ़ने पर इनके अवैध गतिविधियों का और बड़ा जाल उजागर हो सकता है।
अन्य प्रकरण भी जांच में शामिल
अमीना ताज के खिलाफ चार अन्य पीड़ितों के आवेदन भी पुलिस जांच में शामिल किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह (भा.पु.से.) के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र बघेल, पंकज पटेल और उप पुलिस अधीक्षक कृष्णा चंद्राकर के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई की गई। थाना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक लालजी सिन्हा, साइबर सेल प्रभारी महेश प्रधान सहित टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुलिस का संदेश – “जनता डरे नहीं
कबीरधाम पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी अपराधी की यह धमकी कि पुलिस उसका कुछ नहीं कर सकती, पूरी तरह निराधार है। हर शिकायत को गंभीरता से लेकर कानूनी कार्रवाई की जाती है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी स्थिति में अवैध सूदखोरों से कर्ज न लें और आवश्यकता होने पर केवल अधिकृत बैंक या सहकारी संस्थाओं से ही ऋण प्राप्त करें।
