भोरमदेव महोत्सव : दीप प्रज्ज्वलन और मंत्रोच्चार के बीच हुआ भव्य शुभारंभ, हंसराज रघुवंशी के भजनों से गूंजा मंदिर परिसर, पार्श्व गायक अनुराग शर्मा सहित सुप्रसिद्ध कलाकारों ने दी प्रस्तुति
भोरमदेव क्षेत्र के ऐतिहासिक स्थलों के विकास के लिए 146 करोड़ की स्वीकृति, उपमुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग की घोषणा

कवर्धा। सतपुड़ा पर्वत की मैकल पहाड़ियों से घिरे ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर में 29वें भोरमदेव महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। दीप प्रज्ज्वलन और मंत्रोच्चार के बीच भगवान भोरमदेव की पूजा-अर्चना के साथ दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव की शुरुआत हुई। उद्घाटन समारोह में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, राजस्व एवं खेल मंत्री टंकराम वर्मा, सांसद संतोष पांडेय और पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने दीप जलाकर महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया।
हंसराज रघुवंशी के भजनों से गूंजा मंदिर परिसर, छत्तीसगढ़ी संस्कृति का अद्भुत संगम
भोरमदेव महोत्सव का शुभारंभ इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय भजन गायक हंसराज रघुवंशी की भक्तिमय प्रस्तुति के साथ हुआ। उनके द्वारा प्रस्तुत “ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ रे…” और “मेरा भोला है भंडारी” जैसे भजनों ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभूति से सराबोर कर दिया। पूरे मंदिर परिसर में भक्ति की गूंज सुनाई दी, जिससे वातावरण एक दिव्य ऊर्जा से भर उठा।
महोत्सव में छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक अनुराग शर्मा ने भी अपनी प्रस्तुति दी, जिसने लोक संस्कृति के प्रति लोगों की श्रद्धा को और प्रबल किया। इसके अलावा, बैगा नृत्य, फाग गीत, छत्तीसगढ़ी लोककला सहित स्कूली बच्चों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां भी दी गईं, जो राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाने वाली रहीं।
भोरमदेव महोत्सव के पहले दिन प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बसंताबाई व साथियों द्वारा बैगा नृत्य, गितिका बांसुरीली का बांसुरी वादन, ईशिका गिरी और रितीलाल द्वारा कत्थक नृत्य, गोपा शान्याल का संगीत गायन और प्रमोद सेन व उनके साथियों द्वारा छत्तीसगढ़ लोक मंच गहना गाठी की प्रस्तुति ने कार्यक्रम को भव्य बना दिया।
भोरमदेव क्षेत्र के विकास के लिए 146 करोड़ की स्वीकृति
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घोषणा की कि स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत भोरमदेव मंदिर परिसर और आसपास के ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण और संवर्धन के लिए ₹146 करोड़ की स्वीकृति मिली है। इस राशि का उपयोग रामचुआ, मड़वा महल, छेरकी महल और सरोधा जैसे स्थलों के विकास में किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इस बजट से मंदिर परिसर का विस्तार, श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का उन्नयन, कांवड़ियों के लिए विशेष शेड, तालाब सौंदर्यीकरण, हरियाली वृद्धि और परिक्रमा मार्ग के सुधार जैसे कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत भोरमदेव क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा, जिससे स्थानीय रोजगार और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
महोत्सव को और भव्य बनाने की योजना
राजस्व एवं खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में मल्हार महोत्सव, तातापानी महोत्सव और चक्रधर समारोह जैसे आयोजनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भोरमदेव महोत्सव को हर वर्ष और भव्य बनाया जाएगा, जिससे यह आयोजन छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत कर सके। इस अवसर पर सांसद संतोष पांडेय, विधायक भावना बोहरा ने भोरमदेव महोत्सव की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता पर प्रकाश डाला।
विशेष अतिथि एवं गणमान्य जनों की उपस्थिति
इस आयोजन में राजीव लोचन जी महाराज, विधायक ईश्वर साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू, राजेंद्र चंद्रवंशी, पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, मोतीराम चंद्रवंशी, पूर्व विधायक अशोक साहू, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी, बोड़ला जनपद अध्यक्ष बालका रामकिंकर वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।