कबीरधाम (कवर्धा)कवर्धासमाचार

अमरकंटक में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की पहल से श्रद्धालुओं को भक्ति और सेवा का अद्वितीय संगम – मृत्युंजय आश्रम में निःशुल्क भोजन व विश्राम की व्यवस्था, 18 हजार से अधिक कांवड़िये लाभान्वित

कवर्धा। सावन माह की पवित्रता और शिवभक्ति की ऊर्जा इन दिनों अमरकंटक में विशेष रूप से देखने को मिल रही है। कबीरधाम जिले सहित आसपास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में कांवड़िये भगवान शिव के दर्शन और जलाभिषेक के लिए अमरकंटक पहुंच रहे हैं। इन श्रद्धालुओं के लिए मृत्युंजय आश्रम में चल रही भक्ति और सेवा की मिसाल आज प्रदेश भर में चर्चा का विषय बन गई है।छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की विशेष पहल पर मृत्युंजय आश्रम में 6 अगस्त तक निःशुल्क सेवा केंद्र संचालित किया जा रहा है। इस सेवा केंद्र में कांवड़ यात्रियों को सुबह की चाय व नाश्ता, दोपहर और रात्रि का सात्विक भोजन, विश्राम स्थल, स्वच्छ पेयजल, शौचालय एवं प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाएँ बिना किसी शुल्क के उपलब्ध कराई जा रही हैं।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व में जिला बोल बम समन्वय समिति द्वारा अमरकंटक के मृत्युंजय आश्रम में अब तक इस सेवा केंद्र से 85 बोल बम समिति के 18 हजार से अधिक कांवड़िये लाभान्वित हो चुके हैं। आज ही के दिन लगभग 2 हजार से अधिक कांवड़ियों और श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन में जिला बोल बम समन्वय समिति इस सेवा कार्य का संचालन कर रही है, जिसके सदस्य अनिल ठाकुर, दाउवा गुप्ता, मंजीत बैरागी, निशांत झा, रामसिंह ठाकुर सहित अन्य सदस्य दिन-रात यात्रियों की सेवा में तत्पर हैं।

कांवड़ यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं ने बताया कि इतनी श्रद्धा और सम्मान के साथ यहां सेवा हो रही है कि हम खुद को विशेष महसूस कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा जी का आभार, जिन्होंने यह पहल की। अमरकंटक की घाटियों में गूंजते “बोल बम” के जयकारों के बीच यह सेवा केंद्र भक्ति, सेवा संवेदनशीलता का सुंदर संगम बन गया है। सावन के इस पावन महीने में अमरकंटक का यह दृश्य हर शिवभक्त के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है।

शिवभक्तों की सेवा ही सच्ची शिव आराधना-उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा

सावन माह की पवित्रता और भक्ति भावना को लेकर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कांवड़ यात्रियों के लिए संचालित सेवा केंद्र पर अपने विशेष संदेश में कहा कि सावन माह भगवान शिव की आराधना का महीना है। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आस्था, तप और समर्पण की चरम अभिव्यक्ति है। इस महीने में जो भी भक्त कठिन तपस्या करते हुए जलाभिषेक के लिए निकलते हैं, वे वास्तव में अपने जीवन में अध्यात्म और सेवा के मार्ग पर अग्रसर होते हैं। ऐसे में शिवभक्तों की सेवा करना, उनके लिए सुविधा प्रदान करना – यह किसी पूजा से कम नहीं, बल्कि सच्ची शिव सेवा है। उन्होंने आगे कहा कि कांवड़ यात्रा न केवल शारीरिक रूप से कठिन होती है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी यह एक बड़ी साधना है। हमारा दायित्व है कि इन श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो – चाहे वह भोजन की हो, विश्राम की हो या स्वास्थ्य से जुड़ी किसी आपात स्थिति की। हमारा प्रयास यही है कि प्रत्येक श्रद्धालु पूरे विश्वास, श्रद्धा और संकल्प के साथ अपनी यात्रा पूरी कर सके और भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करे।

अमरकंटक में भक्ति और सेवा का अनुपम उदाहरण

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व में जो सेवा अभियान आरंभ हुआ है, वह राजनीति से ऊपर उठकर एक जनसेवा का उदाहरण बन गया है। अमरकंटक में जहाँ शिवभक्ति की गूंज है, वहीं सेवा की यह मिसाल भी सभी को भावविभोर कर रही है। यह केंद्र केवल भोजन और विश्राम का नहीं, बल्कि आस्था, सहयोग और सामूहिक चेतना का प्रतीक बन गया है।

श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब, हर चेहरे पर हर नर्मदे और बोल बम का नारा

कबीरधाम से आए सैकड़ों श्रद्धालु जैसे ही मृत्युंजय आश्रम पहुँचे, वहाँ जिला बोल बम समन्वय समिति के सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। हर भक्त के चेहरे पर संतोष, श्रद्धा और कृतज्ञता का भाव झलक रहा था। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का सहयोग से यह केंद्र एक भक्ति तीर्थ में तब्दील हो गया है।

Ankita Sharma

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